जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
ता पर होत है शम्भु सहाई ॥ ॠनियां जो कोई हो अधिकारी ।
समझनी है जिंदगी तो पीछे देखो, जीनी है जिंदगी तो आगे देखो…।
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
आज के युग में शिव चालीसा पाठ व्यक्ति के जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शिव चालीसा लिरिक्स की सरल भाषा के मध्यम Shiv chaisa भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।
कमल नयन पूजन चहं सोई ॥ कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर ।
प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
In periods such as these the place existence has become so quick that we barely obtain the perfect time to pray, Shiva Chalisa arrives as being a blessing for all of us.